सफाईकर्मियों की ह्रदय विदारक गाथा : नाटक ‘अंधे जहाँ के रास्ते’
जातियों के पदानुक्रम और ऊँच-नीच में पगा हुआ हमारा देश मानकर चलता है कि किन्हीं खास...
जातियों के पदानुक्रम और ऊँच-नीच में पगा हुआ हमारा देश मानकर चलता है कि किन्हीं खास...
(सभी फोटोग्राफ्स गूगल से साभार) तमाशा थियेटर द्वारा निर्मित तथा सुनील शानबाग द्वारा...
उषा वैरागकर आठले लोकशाहीर अण्णा भाऊ साठे के साहित्य को पढ़ना तथा उनके लिखे लोकनाट्यों...
उषा वैरागकर आठले (कार्ल मार्क्स पर केंद्रित तीन नाटकों के प्रेक्षण का अनुभव और इनकी...
उषा वैरागकर आठले (राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा आयोजित ‘भारत रंग...
उषा वैरागकर आठले (बीसेक साल पहले वरिष्ठ रंग निर्देशक एन के शर्मा के एक्ट वन ग्रुप का...
उषा वैरागकर आठले (रंगमंच पर प्रस्तुत किया जाने वाला यथार्थ अगर फोटोग्राफिक होगा,...
उषा वैरागकर आठले (इस कड़ी में एक ऐसे नाटक पर टिप्पणी प्रस्तुत है, जिसकी स्क्रिप्ट और...
उषा वैरागकर आठले (पृथ्वी थिएटर में नाटक देखने का अर्थ ही होता है, मंच पर घटने वाले...
उषा वैरागकर आठले (मुंबई में काफी बड़ी संख्या में ऑडिटोरियम हैं, इनमें से अधिकांश बड़े...