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‘ढाई आखर प्रेम’ पदयात्रा संपन्न हुई आंध्र प्रदेश में

‘ढाई आखर प्रेम’ पदयात्रा संपन्न हुई आंध्र प्रदेश में

(‘ढाई आखर प्रेम’ राष्ट्रीय सांस्कृतिक यात्रा के निरंतर चलते राज्यवार काफिले में 19 और 20 दिसंबर 2023 को आंध्र प्रदेश के गुंटूर से विजयवाड़ा की यात्रा संपन्न की गयी। विपरीत मौसम के चलते यात्रा की समयावधि में कटौती की गयी थी। फोटो, वीडियो तथा रिपोर्ट अंग्रेज़ी व तेलुगु में भेजी है आंध्र प्रदेश प्रजा नाट्य मंडली के राज्य महासचिव चिन्नम पेंचालया ने, जिसका भावानुवाद प्रस्तुत है।)

इंडियन पीपुल्स थिएटर एसोसिएशन (आईपीटीए) ने आंध्र प्रदेश प्रजानाट्यमंडली (एपीपीएनएम) के तत्वावधान में मित्रता, प्रेम, शांति, दया, करुणा, समानता, समानता और भाईचारे के लिए पदयात्राओं के साथ एकजुटता दिखाते हुए 19 और 20 दिसंबर 2023 को गुंटूर से विजयवाड़ा तक यात्रा संपन्न की।

पदयात्रा आंध्र प्रदेश प्रजानाट्यमंडली के राज्य मानद अध्यक्ष नल्लूरी वेंकटेश्वरलू (अन्ना) ने झंडा फहराकर पदयात्रा की शुरुआत की। आंध्र प्रदेश प्रजानाट्यमंडली के राज्य प्रभारी जंगला अजय कुमार, गुंटूर कला परिषद के अध्यक्ष पूर्णा और इप्टा के राष्ट्रीय सचिव गनी ने गुंटूर के कोट्टापेट में भगत सिंह की मूर्ति के सामने झंडा फहराने से इस पदयात्रा की शुरुआत की।

आंध्र प्रदेश प्रजानाट्यमंडली के ‘ढाई आखर प्रेम’ सांस्कृतिक पदयात्रा अभियान के प्रति समर्थन व्यक्त करने के लिए आंगनवाड़ी शिक्षक और सहायिकाएं पेडकाकानी पहुंचीं और गीत गाते हुए उन्होंने डॉ. बीआर अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की ।

सीपीआई पोन्नुरु निर्वाचन क्षेत्र के सचिव बुज्जय्या और उनकी टीम ने पेडाकाकनी में एक निजी स्कूल में छात्रों के साथ देशभक्ति गीत गाकर दोपहर के भोजन की व्यवस्था की। पदयात्रा का स्वागत चिन्नी तिरूपतिया, जलादी, जॉन बाबू, चिन्नी सत्यनारायण, गौहर जानी और हनुमय्या ने पुष्प वर्षा कर किया।

इप्टा के राष्ट्रीय सचिव गनी, आंध्र प्रदेश प्रजानाट्यमंडली के राज्य महासचिव चिन्नम पेन्चालय, अध्यक्ष पी चंद्र नाइक, कार्यकारी सचिव आर रामकृष्ण, कोषाध्यक्ष आर पिचैया, राज्य पदाधिकारी एसके नजीर, ए शिवैया, महंत लक्ष्मण राव, अरेट रामा राव, सीताराम प्रसाद, पोतुराजू नागेश्वर राव, दप्पू सूरी नागभूषणम, अनंतलक्ष्मी, स्वर्ण सुलोचना आदि ने भी कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता प्रदान की।

पेदाकाकानी में दोपहर के भोजन के बाद पदयात्री गांवों से होते हुए मंगलगिरी पहुंचे और रात में वहीं विश्राम किया । मंगलागिरी में दूसरे दिन 20 दिसंबर को सुबह 08 बजे पदयात्रा शुरू हुई। चार सड़क मंडलों के लगभग 400 निर्माण श्रमिकों के बीच, उनसे संबंधित गीत गाकर और उन्हें पदयात्रा के मुख्य उद्देश्य के बारे में बताया गया। विद्यालय में भी गोष्ठी का आयोजन किया गया और देशभक्ति गीतों के साथ-साथ माता-पिता के महत्व को समझाते हुए गीत गाए गए।

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प्रकाश नगर के कई गांवों से होते हुए पदयात्रा दोपहर दो बजे नुलाका पेटा पहुंची। होटल में दोपहर का भोजन कर शाम चार बजे उंदावल्ली केंद्र से होते हुए प्रकाशम बैराज, कनकदुर्गम्मा अम्मावरी गुड़ी और विजयवाड़ा भवानी पुरम केंद्र पहुंची। यहाँ नुक्कड़ नाटक, लोक नृत्य आदि प्रस्तुत किये गए।

विजयवाड़ा शहर सीपीआई सचिव जी कोटेश्वर राव के नेतृत्व में प्रजा नाट्यमंडल के कलाकारों का जोरदार स्वागत किया गया और पदयात्रा की जमकर सराहना की गई। इस खुली सभा की अध्यक्षता पी चंद्र नाइक ने की। बैठक को सीपीआई कृष्णा जिला सचिव डोनेपुडी शंकर राष्ट्रीय सचिव गनी आंध्र प्रदेश प्रजानाट्यमंडली राज्य महासचिव चिन्नम पेंचालया और अन्य ने संबोधित किया।

सीपीआई के राज्य सचिव रामकृष्ण गारू डोनेपुडी शंकर जी कोटेश्वर राव ने कलाकारों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। दो दिनों तक चली इस पदयात्रा में 25 कलाकार शामिल हुए। आंध्र प्रदेश प्रजानाट्यमंडली के राज्य महासचिव चिन्नम पेंचालया ने इस दो दिवसीय पदयात्रा की जिम्मेदारी ली और पदयात्रा को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत की।

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