(ढाई आखर प्रेम’ राष्ट्रीय सांस्कृतिक यात्रा अब तक सात राज्यों का सफर पूरा कर चुकी है तथा आठवें राज्य के रूप में कर्नाटक में 07 दिसंबर 2023 को सात दिनी अपनी यात्रा पूरी करेगी। इसके बाद 08 से 12 दिसंबर तक झारखण्ड की यात्रा शुरू होगी। इस बीच अनेक प्रदेशों में बतौर तैयारी या अपने प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों को जानने के लिए तथा स्थानीय लोगों तक सन्देश प्रसारित करने के लिए एक-एक दिन की यात्रा या अन्य कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं । पिछली कडियों में उत्तर प्रदेश की गोरखपुर यात्रा और पश्चिम बंगाल में बारासात की एक दिनी यात्रा का विवरण दिया गया था। आज प्रस्तुत है, 03 दिसंबर 2023 को राँची झारखण्ड में आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता की रिपोर्ट। यह रिपोर्ट और फोटो साथी सुमेधा ने भेजे हैं।)
ढाई आखर प्रेम झारखंड समिति की ओर से यूनियन क्लब रांची में पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गयी. इसमें कई नन्हें-मुन्हें बच्चों और युवाओं ने हिस्सा लिया। प्रतिभागियों को दो समूहों में बांटा गया था।
ग्रुप ए में एलीना सरकार को प्रथम, श्रीका अग्रवाल को द्वितीय तथा दिव्यांश अग्रवाल को तृतीय पुरस्कार मिला। ग्रुप बी में श्रेयोशी पॉल को पहला, प्राची कुमारी को दूसरा और सबा को तीसरा स्थान मिला। विजेताओं को साथी सुबीर लाहिड़ी ने सम्मानित किया।
इप्टा की राष्ट्रीय पहल पर विभिन्न सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों के साथ मिलकर झारखण्ड में एक सांस्कृतिक पैदल यात्रा समता, बंधुता और एकता के नाम पर 08 दिसंबर से 12 दिसंबर 2023 तक निकाली जा रही है, जिसका नाम है ‘ढाई आखर प्रेम’ ।
अनेक सम्मानित साथियों को श्रम का प्रतीक ‘गमछा’ पहनाते हुए :
28 सितंबर से शुरू हुई यह यात्रा 8 राज्यों के सैकड़ों गांव, कस्बों और चौराहों से होते हुए 8 दिसंबर से 12 दिसंबर तक झारखंड में रहेगी। यह यात्रा जन-सहयोग से चल रही है और 30 जनवरी 2024 तक चलेगी।